देहरादून के एक बोर्डिंग स्कूल में दो दिव्यांग नाबालिग बच्चों के साथ शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का मामला सामने आया है जहां स्कूल के केयरटेकर ने दो दिव्यांग बच्चों के साथ शारीरिक उत्पीड़न की घटना को अंजाम दिया था इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जबकि बाल आयोग ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए जबकि स्कूल को भी सील कर दिया गया|
राजधानी देहरादून के एक दिव्यांग बच्चों की देखरेख और स्कूलिंग कराने वाले अवैध रूप से चल रहे पेंसिल बॉक्स नाम के बोर्डिंग स्कूल में दो बच्चों के साथ शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का मामला सामने आया है जहां स्कूल का केयर टेकर दो मासूम दिव्यांग बच्चों को लोहे की रोड से मरता था सिगरेट से जलता था और उनके प्राइवेट पार्ट्स से भी छेड़छाड़ करता था| मामले का खुलासा तब हुआ जब डरे सहमे बच्चों से उनकी मां ने बात की तो दोनों बच्चों ने अपनी मां को केयरटेकर की करतूत के बारे में बताया जिसके बाद मां ने बच्चों के साथ हुए शारीरिक और मानसिक शोषण की शिकायत पुलिस में की और शिकायत मिलते ही पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए मुकदमा दर्ज किया जबकि आरोपी केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया गया साथ ही पुलिस ने इस मामले में हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है|
प्रमोद कुमार एसपी सिटी देहरादून ने बतया की दो मासूम दिव्यांग बच्चों के साथ हुई इस घटना का उत्तराखंड बाल आयोग की ने भी संज्ञान लेते हुए हॉस्टल की संचालक से मुलाकात कर बोर्डिंग स्कूल के संबंध में जानकारी ली जिसके बाद इस बात का भी खुलासा हुआ है कि यह स्कूल अवैध रूप से चलाया जा रहा था जिसको किसी तरह की कोई भी मानता नहीं थी जिसकी जानकारी प्रशासन को दी गई और स्कूल को सील कर दिया गया वहीं देहरादून के जिलाधिकारी का कहना है कि जल्द पूरे देहरादून में ऐसे अवैध रूप से चल रहे स्कूलों की जांच के लिए एक अभियान चलाया जाएगा और अवैध रूप से चल रहे स्कूलों पर कारवाई की जाएगी|
