देहरादून। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से 30 जनवरी की शाम मुख्य सभागार में भारतीय संविधान के फिल्म की श्रंखला के आठवें एपिसोड का प्रदर्शन किया गया।
महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि शहीद दिवस को याद करते हुए कार्यक्रम में फिल्म प्रदर्शन से पूर्व अतिथि वक्ता के तौर पर सुपरिचित पुतुल कला विशेषज्ञ रामलाल ने परम्परागत कठपुतली कला प्रदर्शन की माध्यम से भारतीय संविधान की महत्वपूर्ण बिंदुओं पर वार्ता की ।भारतीय संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर आधारित इस सुपरिचित फिल्म का निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया है। रामलाल ने इस विषय पर बात करते हुए कहा की हम भारत के लोगों के लिए संविधान एक अनमोल धरोहर की तौर पर विद्यमान है. हमारे पूर्वजों ने बहुत सोच समझ कर और कठिन परिश्रम करके एक अनमोल जीवन शैली का रास्ता संविधान के रूप में दिया है. परन्तु समाज में चिंता जनक बात यह रही कि इतने सालों से संविधान को नीचे तक क्यों नहीं पहुंच पाया. वर्तमान में अभी भी संविधान के सामने इतनी चुनौतियां क्यों हैं. और कहा कि हम सबका इस दिशा में क्या कर्तव्य हो सकता है? संवैधानिक मूल्यों से आम लोगों की जिंदगी में मदद मिलना नितांत रूप में एक आवश्यक कदम होना चाहिए.
कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी डॉ. वी के डोभाल ने किया. इस अवसर पर पूर्व प्रमुख सचिव,उत्तराखंड शासन विभापुरी दास, केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट जन संवाद समिति के सतीश सहित आसरा ट्रस्ट स्कूल के छात्र,शहर के अनेक रंगकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, सहित दून पुस्तकालय के बड़ी संख्या में युवा पाठक उपस्थित रहे।
