आपस में भिडे विधायक और डीएम चलती रही बहस और नोकझोंक बीच में चुपचाप पर्चा पढ़ते रहे सासद अजय भट्ट ।

बीते शुक्रवार को हल्द्वानी सर्किट हाउस में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में एक घटना आई जिसमें विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट और जिले के डीएम वंदना सिंह के बीच तनाव बढ़ा। इस बातचीत का मुख्य विषय गौला नदी में चैनलाइजेशन के कार्य का था। विधायक ने सिंचाई विभाग को काम देने पर अपनी आपत्ति जताई, जवाब में डीएम ने उन्हें समझाया कि केवल उन्हीं की दिशा में काम किया जाएगा। इसके बाद बहस उभरी जिसमें विधायक और डीएम के बीच में तनाव पर आलोचना भी हुई।

बैठक के दौरान सांसद अजय भट्ट ने केंद्र सरकार की योजनाओं को गंभीरता से लेकर त्वरित गति से काम करने का आह्वान किया। उन्होंने योजनाओं के लाभ को जनता तक पहुंचाने के लिए जनप्रतिनिधियों को समय-समय पर जानकारी देने का भी आग्रह किया। इसके अलावा, उन्होंने समग्र शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि संबंधी योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली।

बैठक के मध्य में उठी एक अन्य मुद्दा रहा चिकित्सालय में कैथलैब के निर्माण में देरी का मुद्दा जिसपर सांसद भट्ट ने नाराजगी जताई, उन्होंने कार्यदायी संस्था को भी आलोचना की और त्वरित कार्रवाई की मांग की।

 

बैठक के दौरान सुशीला तिवारी चिकित्सालय में कैथलैब के निर्माण कार्य में देरी पर सांसद भट्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अस्पताल में मंडी समिति की ओर से कैथलैब का निर्माण होना है। उन्होंने कार्यदायी संस्था के कार्यों पर असंतोष जताया। डीएम ने कहा कि यदि कार्यदायी संस्था समय पर काम नहीं करती तो शासन स्तर से कार्रवाई होगी। बैठक में जिपं अध्यक्ष बेला तोलिया, विधायक डाॅ. मोहन सिंह बिष्ट, सरिता आर्या, ब्लाॅक प्रमुख डाॅ. हरीश बिष्ट, कमलेश कैड़ा, रेखा रावत, रवि कन्याल, रूपा देवी, विधायक प्रतिनिधि विकास भगत, जीवन सिंह कार्की, ज्येष्ठ प्रमुख आनंद दरम्वाल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक के दौरान लालकुआं के विधायक डाॅ. मोहन सिंह बिष्ट और डीएम वंदना के बीच बहस हो गई। मामला गौला नदी में चैनलाइजेशन का था। विधायक ने सिंचाई विभाग को काम देने पर आपत्ति दर्ज की। डीएम का कहना था कि आप जिससे कहेंगे उसी से काम करा देंगे। विधायक बोले मैं क्यों चाहूं किसी को, मैं तो काम चाह रहा हूं। इस पर डीएम बोलीं आप आरोप लगा रहे हैं। विधायक बोले मैं आप पर बिल्कुल आरोप नहीं लगा रहा हूं। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी। बाद में सांसद के हस्तक्षेप से बहस पर विराम लगा।

बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने बताया कि पतलोट में इसी साल बने डिग्री काॅलेज के भवन की छत से पानी रिसने लगा है। इस पर सचिव  डीएम ने डिग्री काॅलेज में लीकेज होने की समस्या पर तकनीकी समिति का गठन कर जांच के निर्देश दिए। सांसद अजय भट्ट ने जिले में जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि जेजेएम के तहत पाइप लाइनें बिछा दी गई हैं लेकिन सड़क पर गड्ढे नहीं भरे गए हैं। ऐसे में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन बिछाने से पहले टैंक निर्माण किया जाए। डीएम ने जल संस्थान और जल निगम के अधिशासी अभियंताओं को शीघ्र अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए ताकि लोनिवि सड़क कार्य को पूर्ण कर सके।

 

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Author: uttarakhandtime