चारधाम तीर्थयात्रियों की तपस्या दूसरे दिन भी कम पड़े पंजीकरण के स्लॉट

जिसमें यात्रियों को पंजीकरण के लिए लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। इससे उन्हें असुविधा हो रही है और मानसिक दबाव बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद भी यह समस्या हल नहीं हो रही है। यह स्थिति विचारणीय है और उसका समाधान जल्दी से जल्दी किया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन को यात्रियों की सुविधा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को सुचारु बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए। अतिरिक्त स्लॉट्स को जारी कर सकते हैं और पंजीकरण प्रक्रिया को व्यवस्थित करने के लिए उपाय अधिक कर सकते हैं। इसके अलावा लंबी लाइनों में खड़ा होने वाले यात्रियों को संजीवनी और समझदारी से संभालने की आवश्यकता है।

 

अनियंत्रित हालातों से बचा जा सके।इसके साथ ही  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सोमवार को व्यस्थाओं का जायजा लेने हरिद्वार चारधाम यात्रा पंजीकरण स्थल पर पहुंचे। चारधाम यात्रा को विभिन्न राज्यों से आए तीर्थयात्रियों को खूब तपस्या करनी पड़ रही है। किसी को टोकन नहीं मिल रहा तो कोई टोकन रहते हुए भी पंजीकरण नहीं करा पा रहा है। हरिद्वार में चारधाम यात्रा के लिए जारी किए जा रहे पंजीकरण के स्लॉट रविवार दूसरे दिन भी कम पड़ गए। दोपहर 12 बजे से पहले ही 1500 यात्रियों का पंजीकरण का कोटा खत्म हो गया। नाराज यात्रियों ने जमकर हंगामा काटा। इससे पहले पुलिस और पीएसी के जवानों ने यात्रियों को समझाने के लिए मोर्चा संभाला। एसडीएम और सीओ ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्था बनाई तब जाकर यात्रियों के पंजीकरण शुरू हुए। चारधाम यात्रियों की भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर 20 से 31 मई तक ऑनलाइन और ऑफलाइन के पंजीकरण बंद कर दिए गए थे।

11 दिन बाद शनिवार से चारधाम यात्रियों के लिए ऑफलाइन पंजीकरण शुरू किए गए थे। ऋषिकुल मैदान पर बनाए गए काउंटरों पर हर धाम के लिए 1500-1500 स्लॉट जारी किए गए थे। जबकि पहले ही दिन बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने से ये स्लॉट बहुत कम पड़ गए थे। जिससे अधिकांश यात्रियों को बिना पंजीकरण के बैरंग लौटना पड़ा था।  रविवार को भी इतने ही स्लॉट हर धाम के लिए शासन से आवंटित किए। पंजीकरण कराने के लिए सुबह से ही यात्रियों की लाइनें लगने शुरू हो गई। सुबह सात बजे पंजीकरण शुरू हुए।

 

लेकिन यात्रियों में पंजीकरण कराने के लिए मारामारी मच गई। मामला बढ़ता देख मौके मौजूद पुलिस के साथ ही पीएसी के जवानों को भी बुलाना पड़ा। उन्होंने काउंटर पर यात्रियों को ठीक से लाइनों में खड़र कर पंजीकरण का काम शुरू कराया। पर करीब पौने 12 बजे ही पंजीकरण का स्लॉट खत्म हो गए। इससे नाराज यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया

 

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Author: uttarakhandtime