डेंगू के खतरे से बचाव के लिए नियम न मानने पर जारी होगा नोटिस,

बरसात के साथ ही डेंगू का खतरा बढ़ रहा है और इसके बचाव के लिए तैयारियां तेज की गई हैं। निजी और सरकारी अस्पतालों में डेंगू के लिए मच्छरदानी सहित 10 बेड अलग वार्ड में आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। इन वार्डों में कोई अन्य मरीज भर्ती नहीं किया जाएगा।

जिले में कुल 1213 बेड डेंगू के लिए आरक्षित किए गए हैं। सीएमओ डॉ. संजय जैन ने बृहस्पतिवार को चंदन नगर स्थित सीएमओ कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि जिले में डेंगू, मलेरिया रोकथाम एवं जागरुकता अभियान के तहत वार्डों में डेंगू लार्वा की खोज के लिए आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर भेजा जा रहा है। इसके लिए 591 आशा की ड्यूटी लगाई गई है और सर्वे के दौरान जहां पर डेंगू का लार्वा मिला है वहां पर ही नष्ट भी किया जा रहा है।

 

इसके अलावा, सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच निशुल्क उपलब्ध है और निजी पैथोलॉजी लैब को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई लैब मानक से अधिक डेंगू जांच का शुल्क लेता है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।

जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सभी स्कूलों को यह निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल के बच्चों को फुल आस्तीन की शर्ट में स्कूल बुलाया जाएगा। अगर स्कूल इसे मानने से इनकार करते हैं तो उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा।

 

जिले में संचालित रक्तकोष केंद्रों के संबंध में भी जानकारी दी गई, ब्लड बैंकों को निर्देश दिया गया है कि रक्त की उपलब्धता की जानकारी ई-रक्तकोष पोर्टल पर अपडेट की जाए।

 

इस तरह की सभी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और इस बीच स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी पैथोलॉजी लैब की जांच की जा रही है।

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Author: uttarakhandtime