त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारधाम यात्रा की व्यवस्थागत चुनौतियों के सम्बंध में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बातचीत की हैं। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए नियामक एजेंसी के गठन की प्रस्तावित बात की है। उन्होंने यह भी कहा कि देवस्थानम बोर्ड के गठन का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
उन्होंने यह भी जताया कि बढ़ती यात्री संख्या को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने इस नियामक एजेंसी के गठन का निर्णय लिया है। रावत ने यह भी कहा कि इस नियामक एजेंसी के माध्यम से यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री बदरी-केदार के दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों के लिए विभिन्न सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
उन्होंने बताया कि देशभर से अधिक यात्री आने की संभावना है । जिसके लिए तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही, उन्होंने आलोचकों को भी संबोधित किया और कहा कि यह सामान्य है।कि शुरुआत में कुछ लोग नकारात्मक प्रतिक्रिया दें, लेकिन समय के साथ तादात्म्य स्थितियों में सुधार होता है। उन्होंने यह भी कहा कि देवस्थानम बोर्ड के गठन का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था। जिसमें अनेक मंदिरों को शामिल किया गया है।