चमोली- मुख्यमंत्री द्वारा गैरसैंण को राजधानी बनाने की पुरानी मांग को दोहराया गया है। इससे पहले भी यूकेडी के नेता ने इस मुद्दे पर ध्यान दिया था। लेकिन इस बार गैरसैंण में राजधानी बनाने का विरोध उठा है। इसमें कुछ राजनीतिक दल भी शामिल हैं। कि गैरसैंण के रूप में राजधानी का दर्जा देने से शहर के विकास में धीमा पड़ सकता है। उनका मानना है कि गैरसैंण के पास अभी भी कई समस्याएं हैं। जैसे कि अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी और पानी की समस्या इसके बावजूद राज्य सरकार ने गैरसैंण को राजधानी घोषित किया है। गैरसैंण के लोग भी इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं।
उनका कहना है कि गैरसैंण में अभी भी कई विकास कार्य बाकी हैं और राजधानी का दर्जा देने से पहले सभी समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। इसके अलावा, वे जिला के घोषित होने की मांग भी कर रहे हैं, ताकि लोगों को अधिक सुविधा मिल सके। इस मुद्दे पर सरकार के साथ वार्ता करने के लिए वे आंदोलन भी कर रहे हैं।