राज्य में हर भूमि के लिए एक खास यूनिक आईडी (विशिष्ट भूमि पार्सल पहचान संख्या) देने की तैयारी चल रही है। इस यूनिक आईडी के जरिए ही भूमि की पूरी कुंडली मिल जाएगी। राजस्व विभाग ने तीन हजार गांव में यह काम पूरा भी कर लिया है, दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सामान्य तौर पर भूमि के बारे में खसरा- खतौनी से पता चलता है। अब राजस्व विभाग हर भूमि को एक खास यूनिक आईडी देने की तैयारी कर रहा है। इस योजना को केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। इसमें प्रत्येक भूमि का एक नंबर मिलेगा, भूमि कहां पर है, उसके देशांतर और अक्षांश निर्देशांक, भूस्वामी की डिटेल आदि भी मिल सकेगी।
लेटेस्ट न्यूज़
उत्तराखंड में बेटियों को मिली बड़ी राहत, नंदा-गौरा योजना के लिए आवेदन की तारीख बढ़ी
|
केदारनाथ में जीत के बाद निकाय चुनाव की तैयारी, प्रत्याशी चयन के लिए BJP का बना प्लान
|
उत्तराखंड में इस हफ्ते भी बारिश के आसार नहीं, मौसम शुष्क रहने की संभावना।
|
उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रही HIV संक्रमण की समस्या, देहरादून और नैनीताल सबसे अधिक प्रभावित।
|
मुख्यमंत्री धामी से फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा ने की भेंट, cm बोले उत्तराखण्ड में फिल्मांकन के लिए दिया जायेगा हर संभव सहयोग
|
पुलिस व्यवस्था में दो भागों में बंटा राजधानी का देहात क्षेत्र, इन दो महिला एसपी को मिली जिम्मेदारी
|