उत्तराखंड में मूल निवास और भू-कानून की मांग तेज हो गई है। इस बीच भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने उत्तराखंड के लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान नरेंद्र सिंह नेगी ने समिति की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन की सराहना कर अपना समर्थन दिया। बीते सोमवार को मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने उत्तराखंड के लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी से उनके आवास पर मुलाकात की. इस मौके पर संघर्ष समिति ने स्वाभिमान आंदोलन की रणनीति को लेकर उनसे चर्चा की. इस मौके पर नरेंद्र सिंह नेगी ने उत्तराखंड की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की और संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन की सराहना की।इसके साथ ही लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने समिति के आंदोलन को समर्थन देते हुए उत्तराखंड की जनता से संघर्ष समिति से जुड़ने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि राज्य बचाने के लिए मूल निवास 1950, मजबूत भू-कानून का लागू होना और स्थायी राजधानी गैरसैंण का बनना जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य बनने के 24 वर्षों में भी जनता के आकांक्षाएं और सपने अधूरे हैं. राज्य बचाने और इसकी अवधारणा साकार करने के लिए जनता को संघर्ष का रास्ता अपनाना ही होगा
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