टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने जाखणीधार में पेयजल की विकट समस्या को लेकर पेयजल सचिव को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि साल 2006 में उन्होंने यहां की पेयजल समस्या के निराकरण हेतु कोश्यास्ताल पम्पिंग योजना स्वीकृत करवाई थी। इस योजना पर अब तक लगभग अरब से अधिक रुपया खर्च हो चुका है। लेकिन अभी तक लोगों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।विधायक किशोर उपाध्याय ने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल हर घर जल योजना में तो हर घर नल पंहुच गए हैं। लेकिन नलों पर जल नहीं है।
विधायक किशोर उपाध्याय ने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल हर घर जल योजना में तो हर घर नल पंहुच गए हैं। लेकिन नलों पर जल नहीं है। जावणीचार विकासखण्ड का अधिकत्तर भाग टिहरी बांध से प्रभावित है। टिहरी बांध जहां एक और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की आधा जनसंख्या को पेयजल उपलब्ध करवा रहा है।
उत्तराखण्ड की नदियां देश की 60 करोड़ आबादी को पेयजल एवं सिंचाई जल भी उपलब्ध करवा रही हैं। लेकिन टिहरी बांध का कोर पार्ट एक-एक बूंद पानी के लिये तरस रहा है। जिससे सरकार की छवि पर नकरात्मक असर पड़ रहा है। उन्होंने टिहरी विधानसभा विशेषकर जाखणीधार की पेयजल समस्या का सामाधान करने की मांग की है। इसके साथ ही कोश्यार ताल पेयजल योजना और जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार की सक्षम एजेन्सी से जांच की जाए।