मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कल नगर निगम जमीन के भ्रष्टाचार मामले में हरिद्वार जिलाधिकारी समेत 3 अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। जिसके चलते हरिद्वार जिले की कमान एक साफ छवि के आई ए एस अधिकारी मयूर दीक्षित को सौंपी गई है। जिन्होंने आज हरिद्वार पहुंचकर जिलाधिकारी का पदभार ग्रहण कर लिया है।
जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते कल मुख्यमंत्री धामी ने हरिद्वार जिले के प्रशासनिक अधिकारियों पर जिस तरह से चाबुक चलाया है, यह दर्शाता है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ आगे भी सख्त रुख अख्तियार करेगी। जिसको लेकर सरकार ने अब साफ छवि के आई ए एस अधिकारी मयूर दीक्षित पर भरोसा जताया है।
आईएएस मयूर दीक्षित 2013 बैच के अधिकारी हैं। जिन्होंने आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग और आईआईएम बैंगलोर से एमबीए की डिग्री हासिल की है। उनकी कार्यशैली में सख्ती और पारदर्शिता की झलक मिलती है।
आई ए एस मयूर दीक्षित को हरिद्वार जिले की कमान सौंपने से साफ है कि सरकार उनकी साफ छवि के माध्यम से जिले में प्रशासनिक पारदर्शिता को दोबारा स्थापित करना चाहती है।
