Big Breaking: ईद के दिन मंगलौर में सनसनीखेज वारदात, कुर्बानी के हथियार से युवक की गला रेतकर हत्या

हरिद्वार/मंगलौर। ईद के दिन जब देशभर में अमन और भाईचारे की मिसालें पेश की जा रही थीं, तभी देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के मुस्लिम बहुल क्षेत्र मंगलौर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। मंगलौर के मोहल्ला पठानपुरा में ईद के मौके पर कुर्बानी के लिए तैयार किए गए तेज धारदार हथियार से एक युवक की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई। यह सनसनीखेज वारदात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रस्तावित दौरे से ठीक एक दिन पहले ईद के दिन हुई है जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

घटना आज सुबह की है, जब मोहल्ला पठानपुरा निवासी रियासत पुत्र शौकत ने अपने ही पड़ोसी 22 वर्षीय युवक साहिल पुत्र शमीम की बीच सड़क पर गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी रियासत खुद बाजार चौकी मंगलौर पहुंचा और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

 

हत्या की पृष्ठभूमि और कारण

सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक पूछताछ में रियासत ने बताया कि उसके पुत्र की पिछले वर्ष ईद के दिन नहर में डूबने से मौत हो गई थी। इस घटना का शक वह साहिल पर करता रहा है। रंजिश में आज उसने ईद के ही दिन साहिल की जान ले बदला ले लिया है।
आपको बता दे हत्या में उसी हथियार का प्रयोग किया गया जो ईद की कुर्बानी के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

घटना ने बदला माहौल

गौरतलब है कि रविवार, 8 जून को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का मंगलौर दौरा प्रस्तावित है, जहाँ समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर पूर्व भाजपा प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना की ओर से एक आभार कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम की तैयारियां बड़े पैमाने पर चल रही थीं, लेकिन इस जघन्य वारदात ने क्षेत्र का सामाजिक और राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण कर दिया है

सवाल उठता है: धार्मिक आस्था या कट्टरता?

ईद के दिन जिस तरह से एक इंसान को कुर्बानी के हथियार से मौत के घाट उतारा गया, उसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या धार्मिक त्योहारों पर व्यक्तिगत रंजिश के चलते इंसानी जान लेना जायज़ ठहराया जा सकता है? क्या समाज में कट्टरता इस हद तक पहुँच चुकी है कि अब पशु नहीं, इंसान कुर्बान होने लगे हैं?

राजनीतिक पृष्ठभूमि भी आई चर्चा में

मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में इस समय कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन का प्रभाव है, और क्षेत्र में अक्सर धार्मिक एवं राजनीतिक मुद्दे चर्चा में रहते हैं। ऐसे में विपक्ष ने भी इस घटना को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

पुलिस की कार्रवाई व प्रशासन की सतर्कता

मंगलौर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है, ताकि कोई तनाव उत्पन्न न हो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है।

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Author: uttarakhandtime

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